भारतीय क्षात्त्र परम्परा - Part 45
कलिंग देश का सम्राट खारवेल यद्यपि जैन धर्म का अनुयायी था जो अहिंसा की परम्परा व विचारों के लिए विश्वविख्यात है, किंतु वह क्षात्र के सिद्धान्त को मानने वाला महान योद्धा के रुप में प्रसिद्ध हुआ जिसके बारे में बहुत कुछ जानना शेष है। वह उन प्राचीन शासकों में से या जिन पर हम गर्व कर सकत हैं। खारवेल के बारे में सबसे बडा साक्ष्य हाथीगुम्फ काशिलालेख है जो भुवनेश्वर के निकट उदयगिरी गुफा में स्थित है। भुवनेश्वर उडिसा की राजधानी है।